कांग्रेस पार्टी द्वारा अयोध्या में बन रहे भगवान श्रीराम के मंदिर के उद्घाटन का विरोध किया जा रहा है। कांग्रेस पार्टी का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी चुनावी लाभ कमाने के लिए अर्धनिर्मित मंदिर का उद्घाटन कर रही है। हालांकि भारतीय जनता पार्टी द्वारा इन आरोपों को नकारा जा रहा है। वहीं इसी बीच कांग्रेस पार्टी के नेता उदित राज ने राम मंदिर उद्घाटन को लेकर एक विवादित बयान दिया है। कांग्रेस नेता उदित राज का कहना है कि 22 जनवरी के बाद पिछड़ों और दलितों का कलयुग शुरू हो जाएगा।
दलितों और पिछड़ों को लेकर राम मंदिर उद्घाटन को बनाया निशाना
कांग्रेस पार्टी के नेता उदित राज ने पिछड़ों और दलितों को लेकर राम मंदिर उद्घाटन को निशाना बनाया है। उन्होंने कहा, “हजारों वर्ष से दलितों को गांव के किनारे बसाया जाता था और परछाई से भी सवर्ण अपवित्र हो जाते थे।” कांग्रेस नेता ने अपने बयान में आगे कहा, “भगवान राम-कृष्ण हजारों वर्ष से थे, क्या दुर्गति थी हमारी? हमारा कलयुग 22 जनवरी के बाद शुरू होगा। उन्होंने कहा कि सभी जातिवादी, आरक्षण विरोधी राम मंदिर में पहुंचेंगे। दलितों-पिछड़ों का कलियुग अब शुरू होगा।”
राम मंदिर बनने का कारण मंडल कमीशन – उदित राज
राम मंदिर निर्माण को लेकर भी कांग्रेस पार्टी के नेता उदित राज ने बड़ा बयान देते हुए दावा किया है कि अगर मंडल कमीशन नहीं आता तो राम मंदिर नहीं बनता। उन्होंने कहा कि 1949 से लेकर 1990 तक हिंदू महासभा, RSS और जनसंघ क्या कर रहे थे? वहीं उदित राज ने भाजपा नेता आडवाणी का भी जिक्र करते हुए कहा, “असली सच्चाई ये है कि पिछड़ों के आरक्षण के विरोध में जो ज्वाला पैदा हुई थी, उसके लिए आडवाणी जी ने दिशा दी थी।”
विरोध करना है विपक्ष का लक्ष्य
विपक्षी पार्टियां आस्था में भी राजनीति ढूंढ रही हैं। राम मंदिर उद्घाटन के लिए एक तरफ पूरा देश भक्तिमय माहौल में दिखाई दे रहा है। वहीं दूसरी तरफ विपक्षी पार्टियां राम मंदिर उद्घाटन का निमंत्रण अस्वीकार करके भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगा रही हैं। वर्तमान में विपक्षी पार्टियों का उद्देश्य केंद्र सरकार के हर फैसले का विरोध करना है। हाल ही में कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले मिलिंद देवड़ा ने भी खुलासा किया था कि कांग्रेस में केंद्र सरकार की हर योजना का विरोध होता है।