इज़रायली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने छह ईरानी एयरबेसों पर बड़े पैमाने पर ड्रोन हमले किए हैं। इज़रायल ने ये हमले पश्चिमी, पूर्वी और मध्य ईरान में किए। आईडीएफ के अनुसार, रात भर किए गए हमलों में 15 ईरानी लड़ाकू विमान, कई हेलीकॉप्टर और अन्य प्रमुख सुविधाएँ नष्ट हो गईं। ड्रोन का उपयोग करके किए गए हमलों ने ईरानी वायु सेना के प्रतिष्ठानों को भारी नुकसान पहुँचाया।
IDF का दावा: ईरानी वायुसेना को भारी नुकसान
इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने दावा किया है कि उसने ईरान के 15 हवाई युद्धक मशीनों, जिनमें लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर शामिल थे, को निशाना बनाकर तबाह कर दिया। ये विमान इजरायल के ऑपरेशनों को रोकने और इजरायली विमानों पर हमले की तैयारी में जुटे थे।
कर्मनशाह में मिसाइल ठिकानों पर IDF का हमला
IDF ने बताया कि उसकी सैन्य खुफिया एजेंसी की सूचना के आधार पर कर्मनशाह में सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों के लॉन्च और स्टोरेज साइट्स को नष्ट किया गया। ये मिसाइलें इजरायल पर संभावित हमले के लिए तैयार की जा रही थीं।
इजरायल का उद्देश्य: हवाई वर्चस्व बनाए रखना
IDF ने कहा है कि उसका मिशन ईरान की सैन्य क्षमताओं को लगातार कमजोर करना और इजरायल की हवाई सुरक्षा सुनिश्चित करना है। IDF ने चेतावनी दी कि भविष्य में हमलों को और तेज किया जाएगा ताकि क्षेत्रीय हवाई वर्चस्व बना रहे।
IDF का दावा: ईरानी जेट टेकऑफ नहीं कर पा रहे
IDF ने कहा कि ड्रोन हमलों ने ईरानी एयरबेस पर टेकऑफ क्षमताओं को बाधित कर दिया है, जिससे ईरानी एयरफोर्स के हवाई अभियानों में रुकावट आई है। छह हवाई अड्डों पर हमलों ने ईरानी वायुसेना की रीढ़ तोड़ दी है, जिससे तेहरान की चिंता और बढ़ गई है।
इजरायल-ईरान संघर्ष: ग्यारहवें दिन भी जारी हमले
इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष ग्यारहवें दिन भी जारी है। यह लड़ाई 13 जून को शुरू हुई थी जब इजरायल ने ईरान पर बड़ा हमला कर उसके कई सैन्य अधिकारी और परमाणु वैज्ञानिक मार गिराए थे। जवाब में ईरान ने भी इजरायल के प्रमुख शहरों पर मिसाइलें दागी हैं।
अमेरिका की एंट्री, ईरानी परमाणु ठिकानों पर हमला
इजरायल को समर्थन देते हुए अमेरिका ने भी इस संघर्ष में एंट्री ली है। अमेरिकी एयरफोर्स ने रविवार सुबह सैकड़ों लड़ाकू विमानों और बंकर बस्टर बमों से ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया। डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि इन हमलों ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को तबाह कर दिया है। ईरान ने अमेरिकी कार्रवाई की निंदा करते हुए जवाब देने की चेतावनी दी है।