सनातन धर्म, हिंदू देवी देवताओं और ब्राह्मणों को लेकर विवादित बयानबाजी करने वाले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य एक बार फिर हिंदू धर्म को लेकर विवादित बयानबाजी के चलते चर्चाओं में हैं। सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने हिंदू धर्म को एक धोखा बताया है, जिस पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पलटवार करते हुए कहा है कि ऐसी बयानबाजी से अब भव्य राम मंदिर का निर्माण नहीं रुकेगा। बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य के बयानों को लेकर हाल ही में ब्राह्मणों ने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से भी शिकायत की थी, लेकिन इस शिकायत का कोई असर दिखाई नहीं दिया है।
केशव प्रसाद मौर्य ने किया पलटवार
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के हिंदू धर्म को धोखा बताने वाले बयान पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद ने पलटवार करते हुए कहा, “लगता है कि उनकी बुद्धि का हरण कर लिया गया है। उनको ये समझ में नहीं आ रहा है क्या बोलना चाहिए क्या नहीं? ऐसे बयान देकर कोई सनातन और हिंदुत्व को न कमजोर कर सकता है और न ही मिटा सकता है और न ही भव्य राम मंदिर के निर्माण को रोक सकता है।”
अखिलेश यादव ने दिया था आश्वासन
स्वामी प्रसाद के विवादित बयानों को लेकर जब सपा मुखिया अखिलेश यादव से शिकायत की गई थी, तो सपा मुखिया अखिलेश यादव ने ऐसे बयानों पर रोक लगाने का आश्वासन दिया था, लेकिन सपा मुखिया का यह आश्वासन धरा का धरा रह गया। उन्होंने पार्टी के सभी नेताओं को धर्म और जाति को लेकर किसी भी प्रकार की विवादित बयानबाजी करने से बचने की नसीहत दी थी। हालांकि अखिलेश यादव के आश्वासन के बाद भी स्वामी प्रसाद मौर्य खुले मंचों से हिंदू धर्म को लेकर विवादित टिप्पणी कर रहे हैं।
हिंदुत्व से क्यों होती है सपा को दिक्कत?
स्वामी प्रसाद मौर्य के बयानों से ऐसा लगता है कि समाजवादी पार्टी को हिंदुत्व से दिक्कत होती है। सपा मुखिया अखिलेश यादव एक तरफ हिंदुत्व को लेकर विवादित बयान बाजी पर रोग का आश्वासन देते हैं वहीं दूसरी तरफ उनकी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य खुलेआम हिंदू धर्म को चुनौती देते हैं। क्या सपा मुखिया अखिलेश यादव अपनी पार्टी के नेताओं की ऐसी बयानबाजी पर अंकुश नहीं लगा सकते हैं?