देशभर में 5 सितंबर पर डॉ. सर्वपल्ली कृष्णन जी की जयंती को शिक्षक दिवस के रुप में मनाया रहा है। इस अवसर पर, शिक्षा मंत्रालय का स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग हर साल देश के बेस्ट टीचर्स को नेशनल अवॉर्ड देने के लिए राष्ट्रीय स्तर का समारोह आयोजित करता है। और इस साल विभाग ने शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में से 50 शिक्षकों का चुना है, जिन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा विज्ञान भवन में शाम 4:00 बजे सम्मानित किया जाएगा।
पीएम मोदी से बातचीत करने का मिलेगा अवसर
राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार में योग्यता प्रमाण पत्र 50,000 रुपए का नकद पुरस्कार और एक रजत पदक दिया जाता है। साथ ही इसमें एक खास बात यह भी है कि पुरस्कार विजेता शिक्षकों को प्रधानमंत्री जी से बातचीत करने का अवसर भी दिया जाता है।
50 शिक्षकों को मिलेगा “नेशनल टीचर्स अवार्ड”
इस साल राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए शिक्षा मंत्रालय के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने 50 शिक्षकों का चयन किया है। ये शिक्षक 28 राज्यों, तीन केंद्र शासित प्रदेशों और 6 संगठनों से हैं। जिनमें 34 पुरुष, 16 महिलाएं, 2 दिव्यांग और एक दिव्यांग बच्चों के साथ काम करने वाले शिक्षक शामिल हैं। इसके अलावा, इस समारोह में उच्च शिक्षा विभाग के 16 शिक्षक और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के 16 शिक्षकों को भी सम्मानित किया जाएगा।
कब हुआ शुरू नेशनल टीचर्स अवार्ड?
शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट भूमिका निभाने वाले शिक्षकों को हर साल 5 सितंबर को “नेशनल टीचर्स अवार्ड” से सम्मानित किया जाता है। इसकी शुरूआत 1958 में हुई थी। इस अवॉर्ड का उद्देश्य शिक्षकों की प्रतिष्ठा को बढ़ाना और प्राथमिक, मध्यम और माध्यमिक विद्यालयों में काम कर रहे मेधावी शिक्षकों को सार्वजनिक मान्यता देना है। हर साल चयनित होने वाले शिक्षकों को राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाता है।
शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है?
देश के दूसरे राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी की जयंती पर हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 1962 में हुई जब डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के राष्ट्रपति बनने पर उनके जन्मदिन पर उनके कुछ खास छात्रों ने जन्मदिन को मनाने के लिए उनसे संपर्क किया। इस पर उन्होंने कहा कि “मेरे जन्मदिन को मनाने के बजाय, यह मेरा सौभाग्य होगा यदि 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए।” तब से, भारत में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।