लोकसभा चुनाव 2024 जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है, वैसे ही विपक्ष द्वारा EVM पर एक बार फिर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। विपक्ष का कहना है कि लोकसभा चुनाव 2024 में ईवीएम की जगह VVPAT पर्चियों से चुनाव कराया जाए। ईवीएम को लेकर कांग्रेस पार्टी के नेता जयराम रमेश ने चुनाव आयुक्त से मिलने का समय मांगा है। जहां कांग्रेस नेता का कहना है कि वह मुख्य चुनाव आयुक्त से मिलना चाहते हैं और उनसे मिलकर VVPAT के उपयोग पर चर्चा करके सुझाव देना चाहते हैं।
चुनाव आयुक्त से मिलने का मांगा समय
EVM को लेकर कांग्रेस पार्टी मुख्य चुनाव आयुक्त से मिलना चाहती है, जिसके लिए कांग्रेस पार्टी के नेता जयराम रमेश ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र भी लिखा है। उन्होंने पत्र में कहा, “मैं एक बार फिर भारतीय पार्टी नेताओं की 3-4 सदस्यीय टीम को आपसे और आपके सहयोगियों से मिलने और VVPAT पर अपना दृष्टिकोण रखने के लिए कुछ मिनट का समय देने का अवसर देने का अनुरोध करता हूं।” बता दें कि इससे पहले भी कांग्रेस EVM पर रोक लगाने की अपील कर चुकी है।
कांग्रेस नेता ने दी जानकारी
मुख्य चुनाव आयुक्त को EVM और VVPAT को लेकर कांग्रेस पार्टी द्वारा लिखे गए पत्र को लेकर बोलते हुए कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि 20 दिसंबर 2023 को भारतीय दलों के नेताओं की बैठक में पारित एक प्रस्ताव के आधार पर “वीवीपीएटी के उपयोग पर चर्चा करने और सुझाव देने” के लिए ईसीआई के साथ एक नियुक्ति का अनुरोध किया था। वहीं उन्होंने मुलाकात में असफल होने का जिक्र करते हुए कहा, “हम इस प्रस्ताव की एक प्रति सौंपने और चर्चा करने के लिए ECI से मिलने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अब तक ऐसा करने में सफल नहीं हुए हैं।”
EVM को क्यों दोष दे रही कांग्रेस?
कांग्रेस पार्टी चुनाव में हार के बाद हार का ठीकरा हर बार EVM के सिर फोड़ देती है। हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों के परिणाम के बाद भी कांग्रेस पार्टी की तरफ से EVM में गड़बड़ी होने के बयान सामने आए थे। इससे पहले भी लोकसभा और विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी ने अपनी हार का एक कारण EVM को बताया था। हालांकि जिन राज्यों में कांग्रेस पार्टी जीत हासिल करती है, उन राज्यों में EVM को लेकर कांग्रेस पार्टी कोई बयान नहीं देती है।