भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर शुरू किए जाने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और लगातार हमले करने की कोशिश कर रहा है। जम्मू से लेकर गुजरात तक पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों का इस्तेमाल कर सीमावर्ती राज्यों के कई शहरों को निशाना बनाने की कोशिश की है। भारतीय सेना हर कोशिश का कड़ा और माकूल जवाब दे रही है।
भारतीय सेना ने किए ड्रोन तबाह
भारतीय सेना के एक बयान के अनुसार, पाकिस्तान हमारी पश्चिमी सीमाओं पर ड्रोन हमले और अन्य हमले जारी रखता है। ऐसी ही एक घटना में, अमृतसर के खासा छावनी के ऊपर कई हथियारबंद दुश्मन ड्रोन उड़ते देखे गए। हमारी वायु रक्षा इकाइयों ने तुरंत ड्रोन पर हमला किया और उन्हें नष्ट कर दिया। उल्लेखनीय है कि इन पाकिस्तानी हमलों को बेअसर करने के लिए भारत ने एस-400, बराक-8 और आकाश मिसाइलों सहित उन्नत वायु रक्षा प्रणालियों को तैनात किया है।
पाकिस्तान ने अमृतसर सीमा पर भेजे YIHA III कामिकेज़ ड्रोन, भारतीय सेना ने किया नष्ट
आज सुबह लगभग 5 बजे, पाकिस्तानी सेना ने अमृतसर सीमा पर कई YIHA III कामिकेज़ ड्रोन भेजे, जिनका उद्देश्य घनी आबादी वाले रिहायशी इलाकों पर हमला करना था। भारतीय सेना के एयर डिफेंस सिस्टम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सभी ड्रोन को मार गिराया, जिससे नागरिकों पर कोई मलबा नहीं गिरा और कोई हताहत नहीं हुआ। इन ड्रोन में विस्फोटक थे, जिन्हें नागरिकों को नुकसान पहुँचाने के लिए इस्तेमाल किया जाना था, लेकिन भारतीय सेना ने एक बड़ा खतरा टाल दिया।
ड्रोन में थे उच्च क्षमता वाले विस्फोटक
प्रारंभिक जांच में पता चला कि इन ड्रोन में उच्च क्षमता वाले विस्फोटक थे, जो निर्दोष नागरिकों को नुकसान पहुँचाने के लिए भेजे गए थे। यह पाकिस्तान की एक और नापाक हरकत थी। भारतीय सेना ने बताया कि उनका एयर डिफेंस सिस्टम कई स्तरों पर काम करता है, जिसमें जमीन पर लगे रडार, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल सेंसर और ऑटोमेटेड कमांड-एंड-कंट्रोल सिस्टम शामिल हैं, जो किसी भी खतरे को तुरंत पहचानकर उसे नष्ट करने में सक्षम है।
अमृतसर में ड्रोन उपयोग पर प्रतिबंध, जिला प्रशासन का आदेश
पंजाब के अमृतसर में जिला प्रशासन ने भारत-पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष के बीच ड्रोन के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया। अमृतसर की डीसी साक्षी साहनी द्वारा जारी आदेश में कहा गया कि अमृतसर जिले में मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी), जिन्हें सामान्यत: ड्रोन कहा जाता है, का उपयोग सार्वजनिक सुरक्षा, सुरक्षा और कानून व्यवस्था के लिए संभावित खतरा उत्पन्न कर सकता है।
26 जगहों पर सक्रिय थे ड्रोन
भारतीय सेना के अनुसार, पाकिस्तान से सटी नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 26 स्थानों पर ड्रोन गतिविधियां देखी गई हैं। इनमें बारामुला, श्रीनगर, अवंतीपोरा, नगरोटा, जम्मू, पठानकोट, फिरोजपुर, फाजिल्का, जैसलमेर, बाड़मेर, भुज और कुवारबेट जैसे संवेदनशील इलाके शामिल हैं। कई ड्रोन हथियारों से लैस थे और सैन्य व नागरिक ठिकानों को निशाना बना सकते थे।