अहमदाबाद में एयर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 241 यात्रियों की मौत हो गई। इस घटना के बाद टाटा समूह ने घोषणा की है कि वह प्रत्येक पीड़ित के परिवार को 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देगा। यह घोषणा टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में की है। अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा।
टाटा ग्रुप के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किया गया पोस्ट
टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन की तरफ से टाटा ग्रुप के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया गया। जिसमे कहा गया है कि “टाटा ग्रुप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा, “एयर इंडिया फ्लाइट 171 से जुड़ी इस दुखद घटना से हम गहरे दुखी हैं। इस क्षण जो पीड़ा हम महसूस कर रहे हैं, उसे शब्दों में व्यक्त करना मुश्किल है। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उन परिवारों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है, और उन लोगों के साथ भी जो घायल हुए हैं।” हम इस दुर्घटना में अपनी जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देंगे। इसके अतिरिक्त, टाटा समूह घायलों के सभी चिकित्सा खर्चों को वहन करेगा और सभी आवश्यक देखभाल और सहायता प्रदान करेगा।” बयान में यह भी उल्लेख किया गया है कि टाटा समूह बी.जे. मेडिकल कॉलेज छात्रावास के पुनर्निर्माण में सहायता करेगा, जो दुर्घटना में क्षतिग्रस्त हो गया था।
क्या कहता है अंतरराष्ट्रीय कानून विमान हादसों में मुआवजे को लेकर?
अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में हादसे की स्थिति में मौत या चोट पर मुआवजे के नियम तय हैं। भारत 1999 के मॉन्ट्रियल कन्वेंशन का हिस्सा है, जो एक अंतरराष्ट्रीय संधि है। इसके तहत हर यात्री को बिना एयरलाइन की गलती साबित हुए भी 128,821 स्पेशल ड्राइंग राइट्स (SDRs) यानी लगभग ₹1.4 करोड़ तक मुआवजा मिल सकता है। यदि यह साबित हो जाए कि हादसा एयरलाइन की लापरवाही से हुआ, तो मुआवजे की राशि और बढ़ सकती है। ये नियम अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर लागू होते हैं, लेकिन DGCA के अनुसार, कई भारतीय एयरलाइंस घरेलू उड़ानों में भी इसी तरह की सुरक्षा देती हैं।
मुआवजे के साथ ट्रैवल इंश्योरेंस भी है जरूरी सुरक्षा कवच
एयरलाइन द्वारा दिए जाने वाले मुआवजे के अलावा ट्रैवल इंश्योरेंस भी यात्रियों के लिए बेहद जरूरी होता है। यह सिर्फ सामान खोने, ट्रिप कैंसिलेशन या मेडिकल इमरजेंसी के समय ही नहीं, बल्कि विमान दुर्घटनाओं जैसी गंभीर स्थितियों में भी वित्तीय सुरक्षा देता है। खासकर फ्लाइट एक्सीडेंट इंश्योरेंस ऐसे हादसों के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया है। भले ही हवाई हादसे दुर्लभ हों, लेकिन इनके परिणाम बेहद गंभीर हो सकते हैं। ऐसे में यह इंश्योरेंस उन यात्रियों के लिए फायदेमंद है जो हर स्थिति में आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करना चाहते हैं।
यात्रियों को ट्रैवल इंश्योरेंस से मिलता है करोड़ों का सुरक्षा कवच
कॉम्प्रिहेंसिव ट्रैवल इंश्योरेंस प्लान यात्रियों को यात्रा के दौरान कई तरह के जोखिमों से सुरक्षा प्रदान करता है। इस तरह के बीमा प्लान में आमतौर पर एक्सीडेंटल डेथ बेनिफिट (₹25 लाख से ₹1 करोड़ तक) और परमानेंट डिसेबिलिटी मुआवजा (₹5 लाख से ₹10 लाख तक) शामिल होते हैं। अगर किसी मेडिकल इमरजेंसी के चलते अस्पताल में भर्ती होना पड़े या मेडिकल इवैक्यूएशन की जरूरत हो, तो यह पॉलिसी उस खर्च को भी कवर करती है। इसके अलावा, अगर फ्लाइट में देरी होती है या यात्रा रद्द करनी पड़ती है, तो रिइम्बर्समेंट की सुविधा भी दी जाती है। कुछ प्लान ऐसे भी होते हैं जो अस्पताल में भर्ती रहने या यात्रा में बड़ी रुकावट आने पर एक फिक्स्ड डेली अलाउंस देते हैं। इस प्रकार, कॉम्प्रिहेंसिव ट्रैवल इंश्योरेंस मुश्किल समय में यात्रियों के आर्थिक बोझ को काफी हद तक कम करता है।
हादसे के बाद राहत: वेस्टर्न रेलवे चलाएगा अहमदाबाद से अतिरिक्त ट्रेनें
विमान हादसे के चलते अहमदाबाद एयरपोर्ट पर फ्लाइट संचालन पूरी तरह से बाधित हो गया। कई उड़ानें रद्द या डायवर्ट करनी पड़ीं, जिससे हजारों यात्री एयरपोर्ट पर फंस गए। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए वेस्टर्न रेलवे ने तुरंत निर्णय लिया और अहमदाबाद से अतिरिक्त ट्रेनों के संचालन की घोषणा की, ताकि यात्री अपने गंतव्य तक सुरक्षित पहुंच सकें।