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मुद्रा योजना की 10वीं वर्षगांठ पर पीएम मोदी ने लाभार्थियों से बातचीत की, कहा ‘कई सपने हकीकत में बदल गए’

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के 10 साल पूरे होने का जश्न मनाया और देश भर के लाभार्थियों को अपने आवास पर आमंत्रित किया। एक्स पर एक पोस्ट में, पीएम मोदी ने साझा किया कि लाभार्थियों ने बताया कि कैसे इस योजना ने उनके जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाए हैं। पीएम मोदी ने लिखा, “आज, जब हम मुद्रा योजना के 10 साल पूरे कर रहे हैं, मैं उन सभी को बधाई देता हूं जिनके जीवन में इस योजना से बदलाव आया है।

 

मुद्रा योजना ने कई सपनों को हकीकत में बदला

मुद्रा योजना के दस वर्षों की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस योजना ने कई लोगों के सपनों को साकार किया है। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, “आज जब हम मुद्रा योजना के 10 वर्ष पूरे कर रहे हैं, मैं उन सभी को बधाई देना चाहता हूं जिनके जीवन में इस योजना ने सकारात्मक बदलाव लाया है। पिछले दस वर्षों में मुद्रा योजना ने कई सपनों को हकीकत में बदला और उन लोगों को सशक्त भी किया है जिन्हें पहले वित्तीय सहायता नहीं मिल पाती थी। यह साबित करता है कि भारत के लोगों के लिए कुछ भी असंभव नहीं है।”

 

इस योजना ने सामाजिक समावेशन और आर्थिक स्वतंत्रता भी सुनिश्चित की

प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया और लिखा, “यह विशेष रूप से उत्साहजनक है कि मुद्रा लाभार्थियों में से आधे अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग समुदायों से हैं और 70% से अधिक लाभार्थी महिलाएं हैं। प्रत्येक मुद्रा ऋण अपने साथ सम्मान, आत्म-सम्मान और अवसर लेकर आता है। वित्तीय समावेशन के अलावा, इस योजना ने सामाजिक समावेशन और आर्थिक स्वतंत्रता भी सुनिश्चित की है।”

 

33 लाख करोड़ रुपए देश के आम आदमी को दिए गए हैं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के लोगों को बिना किसी गारंटी के 33 लाख करोड़ रुपए दिए गए हैं। आप अखबार में पढ़ते हैं कि यह अमीरों की सरकार है। अगर आप सभी अमीरों का जोड़ भी दें तो भी उन्हें 33 लाख रुपए नहीं मिले होंगे। 33 लाख करोड़ रुपए देश के आम आदमी को दिए गए हैं। आज भारत के युवा, उनके पास जो उद्यमशीलता का हुनर है, अगर उन्हें थोड़ी सी मदद मिल जाए तो बहुत बड़े नतीजे मिलते हैं। यह मुद्रा योजना किसी भी सरकार के लिए आंख खोलने वाली है। इसमें सबसे ज्यादा महिलाएं आगे आई हैं।

 

लाभार्थियों से ले रहे हैं फीडबैक, जरूरत पड़ी तो योजना में सुधार के लिए भी तैयार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “इस योजना को लागू हुए 10 साल हो गए हैं। सामान्य तौर पर सरकार का स्वभाव क्या है? वो निर्णय लेते हैं, प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं और घोषणा करते हैं कि हम ये करेंगे और फिर कुछ लोगों को बुलाकर दीये जला देते हैं। लोग ताली बजाते हैं और अखबार में छप जाता है और उसके बाद कोई नहीं पूछता। ये सरकार ऐसी है कि किसी योजना के परिणामों का मूल्यांकन 10 साल बाद करती है। हम लाभार्थियों से उनके अनुभव के बारे में पूछ रहे हैं और अगर इसमें कोई बदलाव लाने की जरूरत है, कुछ सुधार की जरूरत है, तो हम उस दिशा में भी आगे बढ़ने वाले हैं।

 

रायबरेली के एक लाभार्थी ने कहा हम मिलकर भारत को एक विकसित भारत बनाएंगे

यूपी के रायबरेली के एक लाभार्थी ने कहा, “हम आपसे वादा करते हैं कि हम मिलकर भारत को एक विकसित भारत बनाएंगे। अब हमें सरकार से लाइसेंस लेने में कोई परेशानी नहीं है। मैं एक बेकरी चलाता हूं। मेरा मासिक टर्नओवर 2.5 से 3 लाख रुपये है और हमारे पास 7 से 8 लोगों का स्टाफ है।”

 

बातचीत के दौरान क्या बोले लाभार्थी?

केरल के एक उद्यमी, जो पहले संयुक्त अरब अमीरात में कार्यरत थे, ने साझा किया कि किस तरह प्रधानमंत्री मुद्रा योजना से उन्हें लाभ मिला। उन्होंने बताया कि इस योजना की मदद से वे एक सफल उद्यमी बन सके और उनके व्यवसाय को न सिर्फ मजबूती मिली, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न हुए। इसी तरह, मध्य प्रदेश के भोपाल के लवकुश मेहरा ने बताया कि पहले वे किसी और के लिए काम करते थे, लेकिन मुद्रा लोन की सहायता से उन्होंने अपना खुद का व्यवसाय शुरू किया और आज वे आत्मनिर्भर हैं। यह योजना उनके लिए एक नई शुरुआत साबित हुई। इसके साथ ही मध्य प्रदेश के भोपाल के एक लाभार्थी लवकुश मेहरा ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि उन्होंने 2021 में अपना व्यवसाय शुरू किया और आज वे 50 लाख रुपये कमा रहे हैं। मेहरा ने कहा, “पहले मैं किसी के लिए काम करता था, लेकिन आपने मुद्रा लोन के जरिए हमारी गारंटी ली और आज हम खुद मालिक बन गए हैं। मैंने 2021 में अपना व्यवसाय शुरू किया और मैंने बैंक से संपर्क किया, उन्होंने मुझे 5 लाख रुपये की ऋण सीमा दी। मुझे डर था कि मैं पहली बार इतना बड़ा ऋण ले रहा हूं और मैं इसे चुका पाऊंगा या नहीं। आज मेरा मुद्रा ऋण 5 लाख रुपये से बढ़कर 9.5 लाख रुपये हो गया है। और मेरा पहले साल का टर्नओवर 12 लाख रुपये था, जो अब 50 लाख रुपये से अधिक हो गया है।”

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