प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 जुलाई से 10 जुलाई तक पांच देशों की यात्रा पर जाएंगे। यह यात्रा घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो और नामीबिया की उनकी पहली यात्रा होगी। यह यात्रा घाना से शुरू होगी, जहां भारत से देश के स्वास्थ्य सेवा ढांचे को मजबूत करने के उद्देश्य से एक वैक्सीन हब स्थापित करने में सहायता करने की उम्मीद है। घाना वर्तमान में आर्थिक संकट से जूझ रहा है और आईएमएफ की शर्तों के तहत सुधारों से गुजर रहा है। अपनी घाना यात्रा के बाद, पीएम मोदी त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना और ब्राजील की यात्रा करेंगे। ब्राजील में, वह ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे, जिसके बाद वह नामीबिया जाएंगे। घाना में अपने पड़ाव के दौरान, मोदी देश की संसद को संबोधित करने और भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत करने वाले हैं, जिसमें भारतीय मूल के लगभग 15,000 लोग शामिल हैं। विशेष रूप से, यह उनके 11 साल के कार्यकाल में केवल दूसरी बार है जब पीएम मोदी पांच देशों की यात्रा कर रहे हैं, पिछली बार 2016 में।
PM मोदी की पांच देशों की यात्रा: वैश्विक साझेदारी को मिलेगा नया आयाम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 जुलाई से 8 दिवसीय विदेश यात्रा पर रवाना होंगे। इस दौरान वह घाना, त्रिनिदाद एंड टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया का दौरा करेंगे। इस यात्रा का उद्देश्य भारत के रणनीतिक, व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों को और मज़बूत करना है। यह पीएम मोदी की 11 साल के कार्यकाल में दूसरी बार है जब वे एक साथ पांच देशों की यात्रा कर रहे हैं। इससे पहले उन्होंने साल 2016 में पांच देशों का दौरा किया था।
तीस साल बाद भारत के किसी प्रधानमंत्री की घाना यात्रा
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा घाना से शुरू होगी, जहां वे 2 और 3 जुलाई को वहां के राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे। भारत और घाना के बीच तीन दशकों बाद यह उच्चस्तरीय यात्रा हो रही है। दोनों देशों के बीच 3.1 बिलियन डॉलर से अधिक का द्विपक्षीय व्यापार होता है, जिसमें सोने का आयात एक प्रमुख हिस्सा है। भारत की कई कंपनियां वहां कृषि, निर्माण, आईटी, फार्मास्यूटिकल्स और ऑटोमोबाइल क्षेत्रों में निवेश कर रही हैं।
भारत घाना में बनाएगा वैक्सीन हब
घाना यात्रा के दौरान भारत की ओर से वहां के स्वास्थ्य ढांचे को मज़बूत करने के लिए वैक्सीन हब बनाने में मदद दी जाएगी। घाना वर्तमान में एक आर्थिक संकट से जूझ रहा है और IMF की शर्तों के तहत आर्थिक सुधार कर रहा है। भारत की यह पहल न केवल घाना की मदद करेगी बल्कि अफ्रीका में भारत की मेडिकल डिप्लोमैसी को भी मज़बूत करेगी।
त्रिनिदाद और टोबैगो में गूंजेगी भारतीय विरासत
4 जुलाई को पीएम मोदी त्रिनिदाद और टोबैगो की यात्रा पर होंगे। यह देश भारत से गहरे सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रिश्ते रखता है क्योंकि यहां की 40-45% आबादी भारतीय मूल की है। इस दौरान पीएम मोदी भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करेंगे और सांस्कृतिक संवाद को बढ़ावा देंगे।
त्रिनिदाद बना पहला कैरिबियन देश जिसने अपनाया भारत का UPI सिस्टम
त्रिनिदाद और टोबैगो भारत के UPI डिजिटल पेमेंट सिस्टम को अपनाने वाला कैरिबियन क्षेत्र का पहला देश बन गया है। इस यात्रा के दौरान भारत-त्रिनिदाद के डिजिटल सहयोग को और विस्तार देने पर चर्चा होगी।
अर्जेंटीना में होगी रणनीतिक क्षेत्रों पर बातचीत
4 जुलाई को ही पीएम मोदी अर्जेंटीना पहुंचेंगे। भारत का अर्जेंटीना में कुल निवेश लगभग 1.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर है। यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग, रक्षा, खनिज, तेल-गैस, परमाणु ऊर्जा और विज्ञान जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर चर्चा की जाएगी।
ब्राजील में पीएम मोदी लेंगे BRICS शिखर सम्मेलन में हिस्सा
5 से 8 जुलाई तक पीएम मोदी ब्राजील की यात्रा पर रहेंगे, जहां वे BRICS शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। यह उनके कार्यकाल की चौथी ब्राजील यात्रा होगी। पीएम मोदी वहां के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा से मुलाकात कर वैश्विक सुधार, शांति-सुरक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, जलवायु परिवर्तन और हेल्थ जैसे विषयों पर चर्चा करेंगे।
यात्रा का आखिरी पड़ाव: नामीबिया
पीएम मोदी की इस विदेश यात्रा का अंतिम चरण होगा नामीबिया, जहां वे पहली बार दौरे पर जाएंगे। यह यात्रा नामीबिया के नए राष्ट्रपति नेटुम्बो नंदी के साथ उनकी पहली द्विपक्षीय मुलाकात भी होगी। भारत और नामीबिया के बीच व्यापार बढ़कर 600 मिलियन अमेरिकी डॉलर हो चुका है, जो दोनों देशों के बीच मजबूत साझेदारी का संकेत है।