प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विधानसभा चुनावों को लेकर लगातार चुनावी राज्यों का दौरा कर रहे हैं और विपक्षी पार्टियों पर जमकर हमला बोल रहे हैं। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में एक जनसभा को संबोधित करने पहुंचे। उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कांग्रेस पार्टी और बीआरएस पर हमला बोलते हुए बड़ा बयान दिया है। अपने बयान में उन्होंने कांग्रेस और बीआरएस पर परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टीकरण के आरोप लगाए।
कांग्रेस और बीआरएस पर बोला संयुक्त हमला
हैदराबाद में जनसभा को संबोधित करने के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस और बीआरएस को पिछड़ा वर्ग विरोधी बताते हुए कहा कि ”वंशवादी स्वभाव वाली कांग्रेस और बीआरएस कभी भी पिछड़े वर्ग के नेता को तेलंगाना का मुख्यमंत्री नहीं बनाएगी।” उन्होंने कांग्रेस और बीआरएस के डीएनए का जिक्र करते हुए बोला कि “कांग्रेस BRS की C टीम है। कांग्रेस-बीआरएस के DNA में तीन बातें सामान्य हैं – परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टीकरण।”
पीएम विश्वकर्मा योजना को लेकर बोले प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछड़े वर्ग के लोगों का जिक्र करते हुए कहा कि “हमारे कुम्हार हों, सुनार हों, सुथार हों, मूर्तिकार हों, कपड़े धोने वाले हों, कपड़े सिलने वाले हों, जूते बनाने वाले हों, बाल काटने वाले हों, ऐसे बहुत से साथी पिछड़े वर्ग से आते हैं।” जहां उन्होंने पीएम विश्वकर्म योजना के बारे में बताया और कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने ऐसे लोगों के लिए ही पीएम विश्वकर्मा योजना बनाई है। वहीं प्रधानमंत्री ने एनडीए और भारतीय जनता पार्टी को ओबीसी हितैशी बताते हुए बयान दिया कि एनडीए और बीजेपी है, जो ओबीसी हितों का सबसे ज्यादा ध्यान रखती है, उन्हें सबसे ज्यादा प्रतिनिधित्व देती है।
देश में भाजपा के 365 ओबीसी विधानसभा सदस्य
ओबीसी समुदाय को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र की एनडीए सरकार के बारे में जनसभा को बताते हुए कहा कि वर्तमान में केंद्र की एनडीए सरकार में 27 ओबीसी मंत्री हैं, जो आजादी के बाद सबसे ज्यादा हैं। वहीं उन्होंने भाजपा के ओबीसी सांसदों को लेकर कहा कि वर्तमान में पूरे देश में बीजेपी के 85 ओबीसी सांसद हैं और 365 विधनसभा सदस्य हैं। ओबीसी विधान परिषद सदस्यों की संख्या गिनाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश में बीजेपी के ओबीसी विधान परिषद सदस्यों की संख्या 65 है। कांग्रेस पार्टी भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाती रहती है कि भाजपा में ओबीसी नेताओं को पद नहीं दिया जाता। वहीं प्रधानमंत्री द्वारा साझा किए गए आंकड़े यह दर्शाते हैं कि केंद्र सरकार में काफी संख्या में ओबीसी नेता शामिल हैं।