21 मार्च से बेंगलुरु में आरएसएस की तीन दिवसीय अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक होगी, जिसमें कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। आधिकारिक तौर पर, बैठक के दौरान दो प्रस्ताव पेश किए जाएंगे- एक बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों को संबोधित करेगा और दूसरा आरएसएस के 100 साल के काम पर केंद्रित होगा।
एनआरसी मुद्दे पर भी विस्तृत चर्चा होने की संभावना
इस बैठक में संघ शताब्दी वर्ष के अवसर पर एक साल तक चलने वाली कार्यक्रमों के बारे संघ से विभिन्न आनुषंगिक संगठनों द्वारा अपनी अपनी योजना की रूपरेखा पेश की जाएगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की चर्चा में प्रमुख विषयों में भारत में एनआरसी का कार्यान्वयन और पड़ोसी देशों से अवैध प्रवास के कारण कुछ राज्यों में जनसांख्यिकीय असंतुलन शामिल हैं। एनआरसी मुद्दे पर भी विस्तृत चर्चा होने की संभावना है। आरएसएस का लक्ष्य एनआरसी के कार्यान्वयन को इस तरह से आकार देना है, जिससे देश के नागरिकों में डर पैदा न हो।
जनसंख्या असंतुलन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा केंद्रित रहेगी
इस बैठक में संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में वर्षभर चलने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा संघ से जुड़े विभिन्न आनुषंगिक संगठनों द्वारा प्रस्तुत की जाएगी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बैठक में प्रमुख रूप से एनआरसी के कार्यान्वयन, पड़ोसी देशों से हो रहे अवैध प्रवास और इसके कारण कुछ राज्यों में उत्पन्न जनसंख्या असंतुलन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा केंद्रित रहेगी।
भाजपा में प्रचारकों की नियुक्ति को लेकर लिया जा सकता है फैसला
मीडिया के अनुसार आपको बता दें कि भाजपा ने अपने 2024 के मेनिफेस्टो से एनआरसी का मुद्दा हटा दिया था, जबकि 2019 के मेनिफेस्टो में इसे लागू करने का वादा किया गया था। अब संघ बेंगलुरु में होने वाली इस बैठक में एक बार फिर एनआरसी के मुद्दे पर गहन चर्चा की तैयारी कर रहा है। मिली जानकारी के अनुसार, इस बैठक में भाजपा से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर भी चर्चा हो सकती है, विशेष रूप से भाजपा में प्रचारकों की नियुक्ति को लेकर कोई महत्वपूर्ण निर्णय लिया जा सकता है।
बैठक में संघ के 32 आनुषंगिक संगठनों के पदाधिकारी भाग लेंगे
यह स्पष्ट है कि संघ ने पिछले 6-7 वर्षों में भाजपा में कोई वरिष्ठ प्रचारक नहीं भेजा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एबीपीएस बैठक के बाद संघ के दो वरिष्ठ प्रचारकों को भाजपा में भेजे जाने की संभावना है। इस बैठक में भाजपा की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, राष्ट्रीय संगठन मंत्री बी.एल. संतोष, सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश और वी. सतीश शामिल होंगे। आरएसएस की ओर से सुनील आंबेकर ने प्रतिनिधि सभा को लेकर मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि बैठक में संघ के 32 आनुषंगिक संगठनों के पदाधिकारी भाग लेंगे। 21 मार्च को सुबह 9 बजे से प्रतिनिधि सभा की आधिकारिक बैठक शुरू होगी।