सिंगापुर के राष्ट्रपति थर्मन शनमुगरत्नम भारत दौरे पर हैं और आज से वह ओडिशा के दो दिवसीय दौरे पर जाएंगे। इससे पहले उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की, जहां सेमीकंडक्टर, डिजिटलीकरण, कौशल विकास, और कनेक्टिविटी जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने भारत और सिंगापुर के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने पर जोर दिया। राष्ट्रपति थर्मन ने इस बात पर प्रकाश डाला कि सिंगापुर भारत में सबसे बड़ा निवेशक है और दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग भी मजबूत है, जो आने वाले समय में और आगे बढ़ेगा।
सिंगापुर भारत को विकसित देश बनने की राह में निवेश कर रहा है
सिंगापुर की स्वतंत्रता को को किया याद
राष्ट्रपति थर्मन ने भारत को अपना स्वाभाविक साझेदार बताया। उन्होंने 60 साल पहले पहली मिली आजादी को याद करते हुए कहा कि हम कभी नहीं भूलेंगे कि भारत 1965 में सिंगापुर की स्वतंत्रता को मान्यता देने वाले पहले कुछ देशों में से एक था और तब से हमारे संबंध तेजी से बढ़े हैं। छोटे देश सिंगापुर और बड़े देश भारत के बीच यह स्वाभाविक साझेदारी है।
PM मोदी ने किया एक्स पर पोस्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिख, “सिंगापुर के राष्ट्रपति श्री थर्मन शनमुगरत्नम से मुलाकात की। हमने भारत-सिंगापुर व्यापक रणनीतिक साझेदारी की पूरी श्रृंखला पर चर्चा की। हमने सेमीकंडक्टर, डिजिटलीकरण, कौशल, कनेक्टिविटी और बहुत कुछ जैसे भविष्य के क्षेत्रों के बारे में बात की। हमने उद्योग, बुनियादी ढांचे और संस्कृति में सहयोग को बेहतर बनाने के तरीकों पर भी बात की।”
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी की थर्मन से मुलाकात
बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी थर्मन से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय बैठक के दौरान व्यापक रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा की। वित्त मंत्री ने सोशल मीडिया पर भी पोस्ट किया जिसमे उन्होंने लिखा, सिंगापुर राष्ट्रपति से मिलकर गौरवान्वित महसूस कर रही हूं। भारत सिंगापुर के साथ अपनी व्यापक रणनीतिक साझेदारी को महत्व देता है। उनकी यह यात्रा हमारे द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगी, जो इसकी 60वीं वर्षगांठ का प्रतीक है।
राजनयिक संबंधों के 60 वर्ष पूरे होने पर विशेष लोगो का अनावरण
भारत और सिंगापुर ने अपने राजनयिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर राष्ट्रपति मुर्मू और सिंगापुर के राष्ट्रपति थर्मन द्वारा एक विशेष स्मारक लोगो का अनावरण किया। यह लोगो दोनों देशों के स्थायी संबंधों का प्रतीक है, जिसमें भारत और सिंगापुर के झंडों के रंग, भारत का राष्ट्रीय फूल कमल और सिंगापुर का आर्किड शामिल हैं। इसके साथ ही, लोगो में 60 अंक द्विपक्षीय संबंधों के महत्वपूर्ण मील के पत्थरों को दर्शाते हैं।