उत्तर प्रदेश में सीटों के बंटवारे को लेकर अभी भी स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव के लिए सीटों का ऐलान तो कर दिया है, लेकिन उसके बाद भी कांग्रेस पार्टी अखिलेश यादव द्वारा उत्तर प्रदेश में दी गई सीटों से संतुष्ट नहीं है। सपा मुखिया अखिलेश यादव द्वारा कांग्रेस को प्रदान की गई सीटों को लेकर कांग्रेस का कहना है कि यह तो अभी पहले खेप की सीट हैं। दरअसल कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश में लोकसभा सीटें बढ़ाना चाहती है।
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को मिलीं 11 लोकसभा सीट
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के बाद समाजवादी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी है। ऐसे में विपक्षी गठबंधन के लिए सीटों के बंटवारे की जिम्मेदारी भी समाजवादी पार्टी की है। हालांकि समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सीटों के बंटवारे को लेकर एक बयान देते हुए कहा था कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी 11 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं गठबंधन के तहत उत्तर प्रदेश में रालोद को 7 लोकसभा सीटें प्रदान की गई हैं।
अभी फाइनल नहीं हुआ सीटों का बंटवारा
उत्तर प्रदेश में लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा है कि समाजवादी पार्टी ने जो 11 सीटें कांग्रेस को दी हैं, वह फाइनल नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यह सीटें अखिलेश यादव ने अपनी तरफ से दी हैं। वहीं उन्होंने कई चरण की बातचीत का जिक्र किया और कहा कि अखिलेश ने पहली किस्त में 11 सीटें दी हैं, अभी कई राउंड की बातचीत होनी है, उसमें आखिरी तौर पर सीटों की संख्या जारी होगी।
सीटों के बंटवारे पर क्या निर्णय लेंगे सपा मुखिया?
उत्तर प्रदेश में I.N.D.I.A गठबंधन के लिए लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे का अंतिम फैसला सपा मुखिया अखिलेश यादव का होगा। हालांकि कांग्रेस की मांग को लेकर अखिलेश यादव ने भी कहा है कि अगर कांग्रेस पार्टी अन्य लोकसभा सीटों पर जिताऊ उम्मीदवारों के बारे में बताती है, तो यह लोकसभा सीटें बढ़ाई भी जा सकती हैं। सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश में कम से कम 23 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है।