आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को टक्कर देने के लिए बनाया गया I.N.D.I.A गठबंधन अब खतरे में पड़ गया है। गठबंधन में शामिल पार्टियां शुरू में तो खुश थी, लेकिन अब गठबंधन में दरार पड़ती नजर आ रही है। नीतीश कुमार पहले ही गठबंधन से अलग हो गए हैं और पश्चिम बंगाल में भी गठबंधन के हाल बेहतर नजर नहीं आ रहे हैं। इसी दौरान महाराष्ट्र में शिवसेना ने भी गठबंधन से नाराजगी दिखाई है। पार्टियों की नाराजगी का मुख्य कारण सीट शेयरिंग को बताया जा रहा है। ऐसे में सवाल यह है कि क्या भाजपा को हराने के लिए बना गठबंधन चुनाव से पहले ही टूट जायेगा?
महाराष्ट्र में अकेले चुनाव लड़ सकती है शिवसेना
नीतीश और ममता के बाद अब शिवसेना महाराष्ट्र में अकेले चुनाव लड़ सकती है। दरअसल सीट शेयरिंग को लेकर शिवसेना और कांग्रेस में मतभेद नजर आ रहा है। शिवसेना महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 सीटों में से 23 सीटों की मांग कर रही है, जिसे कांग्रेस ने साफ मना कर दिया है। बता दें कि MVA से जुड़े प्रकाश आंबेडकर ने तो यहां तक कह दिया कि अब महाराष्ट्र में I.N.D.I.A गठबंधन नहीं बचा है।
बंगाल में ममता बनर्जी ने अकेले चुनाव लड़ने का किया ऐलान
पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के तेवर गठबंधन से मिलते जुलते नजर नहीं आ रहे हैं। केंद्र की विपक्षी पार्टी यानी की कांग्रेस को झटका देते हुए ममता ने कहा कि टीएमसी बंगाल में अकेले चुनाव लड़ेगी। बीते दिनों ममता ने अपने भाषण में कहा था कि “भले ही I.N.D.I.A गठबंधन पूरे देश में होगा, लेकिन बंगाल में टीएमसी अकेले चुनाव लड़ेगी और भाजपा को हार का स्वाद चखाएगी”
पंजाब और यूपी में भी नहीं गलेगी गठबंधन की दाल
उत्तर प्रदेश और पंजाब में भी गठबंधन के धागे बहुत नाजुक नजर आ रहे हैं। सपा नेता अखिलेश और पंजाब में AAP की कांग्रेस से सीट शेयरिंग पर बात बनती नहीं दिख रही है। कांग्रेस के स्थानीय नेता केजरीवाल की पार्टी से हाथ नहीं मिलाना चाह रहे हैं, तो वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी पंजाब में आम आदमी पार्टी के अकेले चुनाव लड़ने की बात कही है।