लोकसभा चुनाव 2024 अब बेहद नजदीक है। भारतीय जनता पार्टी और I.N.D.I.A गठबंधन द्वारा लोकसभा चुनाव को लेकर जमकर तैयारियां की जा रही हैं। वहीं कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी तमिलनाडु के दो दिवसीय दौरे पर पहुंच थे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु को करोड़ों की सौगात भी दी। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस दौरे को सियासी दौरा भी माना गया। राजनीतिज्ञों का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस दौरे के साथ ही दक्षिण का दुर्ग भेदने के लिए चुनावी मैदान में उतर गए हैं।
तमिलनाडु को दी थी करोड़ों की सौगात
तमिलनाडु के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश को कई सौगात दी थीं। बता दें कि प्रधानमंत्री ने तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में करीब 20 हजार करोड़ रुपये की लागत से कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया था। वहीं इस दौरान उन्होंने पूरे प्रदेश भर में रेल, सड़क, तेल और गैस, शिपिंग और उच्चतर शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी 19 हजार 850 करोड़ रूपये से ज्यादा की विकास परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया था।
तमिलनाडु की सांस्कृतिक विरासत की प्रशंसा की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तमिलनाडु को कई सौगातों के साथ प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत की भी प्रशंसा करते नजर आए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान इस बात का भी जिक्र किया था कि जब वह विदेशी दौरों पर जाते हैं, तो तमिलनाडु का जिक्र जरूर करते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा था कि तमिलनाडु मेक इन इंडिया का सबसे बड़ा ब्रांड एंबेसडर भी बन रहा है। इससे पहले काशी-तमिल संगमम में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संस्कृति को विशेष महत्व दिया था।
लोकसभा चुनाव के नजरिए से खास था यह दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का तमिलनाडु का दो दिवसीय दौरा लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर काफी खास माना जा रहा है। दरअसल भारतीय जनता पार्टी तमिलनाडु में भी अच्छी खासी लोकसभा सीट जीतने के लिए काफी मेहनत कर रही है। भाजपा ने 2021 के विधानसभा चुनाव में चार सीटों पर जीत दर्ज की थी। हालांकि तब भाजपा AIMDMK के साथ गठबंधन में थी, जो अब टूट चुका है। यही कारण है कि अब भाजपा तमिलनाडु में अपनी खास पहचान बनाने का प्रयास कर रही है।