कांग्रेस पार्टी द्वारा देशभर में निकाली जाने वाली भारत न्याय यात्रा को लेकर अब भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पार्टी पर तंज कसा है। बता दें कि कांग्रेस पार्टी एक बार फिर पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत की यात्रा पर निकल रही है। इस बार कांग्रेस पार्टी की इस यात्रा का नाम भारत न्याय यात्रा है। इससे पहले कांग्रेस पार्टी द्वारा राहुल गांधी के नेतृत्व में ही भारत जोड़ो यात्रा भी निकाली गई थी। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस द्वारा निकाली जा रही इस यात्रा पर केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने टुकड़े-टुकड़े गैंग और सिख दंगों को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला है।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने उठाए सवाल
कांग्रेस पार्टी पर भारत न्याय यात्रा को लेकर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने तंज करते हुए कई गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “जिनकी पार्टी में टुकड़े-टुकड़े’ गैंग के सदस्य शामिल हैं, जो लोग भारत को क्षेत्रों और धर्मों में बांटने का काम करते हैं, वे क्या न्याय देंगे?” इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने 1984 में हुए सिख दंगों को लेकर भी कांग्रेस पार्टी पर हमला बोला और कहा, “जिनके शासन में 1984 के दंगे हुए वे क्या न्याय देंगे? सिख विरोधी दंगों की एसआईटी जांच प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने शुरू की थी। जनता भी इनके असली चेहरे से वाकिफ है।”
14 जनवरी से शुरू होगी कांग्रेस की भारत न्याय यात्रा
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और वर्तमान सांसद राहुल गांधी के नेतृत्व में देशभर में भारत न्याय यात्रा 14 जनवरी से शुरू हो रही है। बता दें कि इस यात्रा की शुरुआत मणिपुर के इंफाल से की जाएगी, जो कि 20 मार्च को महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में समाप्त होगी। कुल 6,200 किलोमीटर की इस यात्रा में कांग्रेस पार्टी 14 राज्यों के 85 जिलों को कवर करेगी। भारत जोड़ो यात्रा की तरह इस यात्रा में भी राहुल गांधी युवाओं, महिलाओं और कारीगरों से बातचीत करेंगे।
भारत जोड़ो यात्रा का चुनावों में नहीं दिखा कोई असर
कांग्रेस पार्टी द्वारा राहुल गांधी के नेतृत्व में भले ही भारत न्याय यात्रा की शुरुआत की जा रही हो, लेकिन इसका असर लोकसभा चुनाव पर पड़ेगा या नहीं यह लोकसभा चुनाव के वक्त ही पता चलेगा। दरअसल ऐसा इसलिए है, क्योंकि राहुल गांधी के नेतृत्व में देशभर में भारत जोड़ो यात्रा भी निकाली गई थी, लेकिन उस यात्रा का असर पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में देखने को नहीं मिला। परिणाम यह हुआ कि कांग्रेस पार्टी जिन राज्यों में सत्ता में थी, उन राज्यों में भी हार गई।