उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश और सनातन धर्म को लेकर बड़ा बयान दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश व सनातन धर्म के प्रति चौकन्ना हो जाएं, क्योंकि इन पर प्रहार हो रहे हैं। अपने भाषण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सनातन पर लगातार हो रहे प्रहारों को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए आगाह किया। दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विश्व प्रसिद्ध धार्मिक पत्रिका कल्याण के आदि संपादक हनुमान प्रसाद पोद्दार ‘भाई जी’ की 131वीं जयंती पर संगोष्ठी के रूप में आयोजित श्रद्धा अर्चन कार्यक्रम में यह बयान दिया।
देश को पहली प्राथमिकता बनाने की कही बात
प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान जीवन में प्राथमिकता को लेकर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि देश व सनातन धर्म के प्रति चौकन्ना हो जाएं, क्योंकि इन पर प्रहार हो रहे हैं। कुछ प्राथमिकताएं जीवन में जरूरी हैं। इसके आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि देश, धर्म जाति-समाज व परिवार को प्राथमिकता में रखें। जहां उन्होंने प्राथमिकता को परिभाषित करते हुए कहा कि देश पहली प्राथमिकता होनी चाहिए और परिवार अंतिम। तभी देश आजादी के शताब्दी वर्ष तक महा ताकत बन सकेगा। यही प्राथमिकता व संकल्प भाईजी हनुमान प्रसाद पोद्दार का भी था।
सनातन ने नहीं किया किसी जाति का विरोध
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने बयान में सनातन धर्म का जिक्र करते हुए कहा कि सनातन धर्म सबके व चराचर जगत के कल्याण की बात करता है। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सनातन धर्म में जाति को लेकर कहा कि सनातन धर्म में हर जाति को संरक्षण प्राप्त है। सनातन धर्म ने कभी किसी जाति का विरोध नहीं किया। बता दें कि सनातन धर्म को लेकर लगातार विवादित बयान दिए जा रहे हैं। जहां मुख्यमंत्री का यह बयान उन लोगों पर पलटवार है, जो सनातन धर्म पर विवादित बयान देते हैं।
सनातन पर हो रहे प्रहार को लेकर चौकन्ना रहें
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान सनातन धर्म पर लगातार दिए जा रहे विवादित बयानों को लेकर कहा कि सनातन धर्म पर हो रहे प्रहार को लेकर चौकन्ना होना होगा। इसके साथ ही उन्होंने सनातन पर प्रहार करने वालों की पहचान बताते हुए कहा कि सनातन पर प्रहार करने वाले वे लोग हैं, जिन्हें भारत का विकास अच्छा नहीं लगता, जिन्हें देश की आध्यात्मिक और भौतिक प्रगति स्वीकार नहीं होती। वहीं इस पर चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ऐसे लोगों को पहचानना होगा, नहीं तो सनातन को कोसने वालों की तादाद बढ़ती जाएगी।