लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए बना इंडिया गठबंधन अब टूटने की कगार पर पहुंच गया है। ममता बनर्जी समेत कई दलों के नेताओं ने अपने राज्यों में खुद चुनाव लडने का फैसला लिया है। बता दें कि अभी तक इंडिया गठबंधन में सीटों के बंटवारे पर सहमति नहीं बन सकी है। 19 दिसंबर को प्रधानमंत्री उम्मीदवार और सीटों के बंटवारे को लेकर राजधानी दिल्ली में इंडिया गठबंधन की मीटिंग भी आयोजित की गई जिसमें गठबंधन में शामिल तमाम दालों के नेताओं ने शिरकत की लेकिन इसके बाद भी ना प्रधानमंत्री उम्मीदवार का चेहरा घोषित हो सका और ना सीटों के बंटवारे पर कोई फैसला आ सका। इसके बाद अब गठबंधन में शामिल कई दल अपने-अपने प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर रहे हैं।
ममता बनर्जी बंगाल में अकेले लड़ना चाहती हैं चुनाव
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रदेश में गठबंधन के बिना चुनाव लड़ना चाहती हैं। उनका कहना है, “भले ही इंडी गठबंधन पूरे देश में होगा, लेकिन बंगाल में टीएमसी अकेले चुनाव लडेगी और भाजपा को हार का स्वाद चखाएगी”। दरअसल ममता बनर्जी का मानना है कि बंगाल में भाजपा को सिर्फ टीएमसी ही सबक सिखा सकती है। यही कारण है कि ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर रही हैं।
सीटों की मांग को लेकर शिवसेना भी नाराज
लोकसभा चुनाव को लेकर महाराष्ट्र में भी सीटों का फैसला अटका हुआ है। दरअसल शिवसेना ने कांग्रेस से महाराष्ट्र की 48 सीटों में से 23 सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग की थी, जिसे कांग्रेस ने मानने से इंकार कर दिया। इसके बाद जब कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने शिवसेना को टूटी हुई पार्टी बताया, तो शिवसेना नेता संजय राउत ने इस पर जवाब देते हुए कहा कि राज्य की सबसे बड़ी पार्टी शिवसेना है और कांग्रेस को जीरो से शुरुआत करनी होगी।
सपा और आप भी अकेले चुनाव लड़ने का रहीं दावा
सपा प्रमुख अखिलेश यादव और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी बिना गठबंधन के लड़ने का दावा कर रहे हैं। दरअसल मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को कांग्रेस द्वारा एक भी सीट न दिए जाने के बाद से ही अखिलेश यादव कांग्रेस से नाराज हैं और उत्तर प्रदेश की सभी सीटों पर समाजवादी पार्टी द्वारा चुनाव लड़ने का बयान भी कई बार सामने आया है। अरविंद केजरीवाल ने भी पंजाब की जनता को संबोधित करते हुए कहा था, “पंजाब की सभी 13 की 13 सीट मुझे चाहिए।”
क्या भाजपा से लड़ने से पहले ही टूट जायेगा गठबंधन?
2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए कुल 28 विपक्षी राजनीतिक दलों ने मिलकर इंडिया गठबंधन बनाया था, लेकिन ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल और शिवसेना नेताओं सहित कई नेताओं के बयानों से ऐसा लग रहा है कि लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी से खिलाफ लड़ने से पहले ही इंडिया गठबंधन टूट न जाए। विधानसभा चुनावों में भी इंडिया गठबंधन में शामिल दल एक दूसरे के खिलाफ लड़ते हुए नजर आए थे।