अयोध्या में रामलला की स्थापना के बाद से योगी सरकार रामनगरी में तेजी से विकास की ओर अग्रसर है। और अब उत्तर प्रदेश आवास विभाग ने अयोध्या विकास प्राधिकरण के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी हैं। जिससे अयोध्या में सरयू नदी के किनारे राम की पैड़ी पर जल्द ही मुंबई के जुहू जैसी चौपाटी तैयार की जाएंगी। जहां देश और दुनिया से आने वाले सैलानियों के साथ स्थानीय लोग भी इसका आनंद ले सकेंगे।
परियोजनाओं के लिए मिले 4.65 करोड़ रुपए
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा अयोध्या को लगातार विकास की ओर ले जाया जा रहा है। और अब अयोध्या में निर्माण कार्य हेतु उत्तर प्रदेश आवास विभाग ने अयोध्या विकास प्राधिकरण के प्रस्ताव को मंजूरी देने के साथ ही 4.65 करोड़ रुपए की मंजूरी दे दी है, जिसे रामनगरी निर्माण में लगाया जाएगा।
बनेंगी स्थायी और अस्थायी दुकानें
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही वहां श्रद्धालुओं की संख्या कई गुना बढ़ गयी हैं। इस समय में प्रतिदिन लाखों लोग अयोध्या पहुंच रहे हैं। ऐसे में, योगी सरकार कम खर्च में श्रद्धालुओं को अधिक से अधिक सुविधाओं का लाभ देने की कोशिश कर रही है। इसी कड़ी में वहां चौपाटी के तर्ज पर फूडिंग एरिया को विकसित करने की योजना बनायी गयी है। यहां छोटी-छोटी स्थायी व अस्थायी दुकानें बनाई जाएंगी।
दीपोत्सव से पहले पूरा होगा निर्माण
रामनगरी में बनने वाली चौपाटी के लिए चिह्नित क्षेत्र के सौन्दर्यीकरण पर तो अधिक जोर दिया ही जाएगा, लेकिन इसके साथ ही स्वच्छता के विभिन्न पहलुओं का भी खास ख्याल रखा जाएगा, ताकि इधर-उधर गंदगी न फैल सके। जहां इस निर्माण में 84 दुकानें व रेस्टोरेंट बनाए जाएंगे। तो वहीं इसमें पार्किंग की भी सुविधा दी जाएगी। अयोध्या विकास प्राधिकरण के सचिव सत्येंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि चौपाटी के निर्माण व विकास का कार्य अब तक 45 प्रतिशत पूरा हो चुका है। और बाकी बचा निर्माण दीपोत्सव से पहले पूरा हो जाएगा। जिसके बाद राम की पैड़ी पर भव्य चौपाटी का आनंद श्रद्धालु ले सकेंगे।
शांति से कुछ वक्त सरयू तट पर बीता सकेंगे लोग
आपको बता दें की अयोध्या में राम की पैड़ी पर कुछ जगहें ऐसी भी होंगी, जहां सिर्फ चबूतरे ही बनाए जाएंगे ताकि लोग यहां बैठकर शांति से कुछ वक्त सरयू तट पर बीता सकें। साथ ही कुछ जगहों पर आधुनिक डिजाइन वाले ठेलों का संचालन भी किया जाएगा। यहां गंदगी ना फैलने को लेकर विशेष ध्यान रखा जाएगा इसलिए जगह-जगह डस्टबिन रखवाए जाएंगे। साथ ही पर्यटकों की सुविधा को भी ध्यान में रखकर विभिन्न प्रकार के निर्माण व विकास कार्यों को पूर्ण कराया जाएगा।