उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जैसे ही प्रदेश की बागडोर संभाली, तो उन्होंने सबसे पहला कार्य प्रदेश में रोजगार स्थापित करने को लेकर किया। इसके लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 24 जनवरी 2018 को एक योजना लागू की, जो कि आज वर्तमान में न सिर्फ युवाओं बल्कि महिलाओं के लिए भी रोजगार का प्रमुख जरिया साबित हो रही है। आज उत्तर प्रदेश सरकार ने कई उद्योगों को पुनर्जीवन प्रदान किया है। जिसके चलते न सिर्फ वे उद्योग दोबारा से अस्तित्व में आए हैं, बल्कि हजारों-लाखों लोगों को उन उद्योगों में रोजगार भी मिल रहा है।
योगी राज में बढ़ रहे रोजगार के अवसर
उत्तर प्रदेश में जैसे ही “एक जिला एक उत्पाद योजना” को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लागू किया गया, वैसे ही प्रदेशवासियों के लिए रोजगार के अपार अवसर खुल गए। जहां इस योजना के अंतर्गत प्रदेश के करीब 25 लाख से भी अधिक लोगों को रोजगार प्रदान किया जा रहा है। आज योगी सरकार में प्रदेश की स्थिति ऐसी है कि प्रदेश के लोगों को रोजगार के लिए भटकना नहीं पड़ रहा है। योगी सरकार ने इस योजना के तहत कई उद्योगों में रोजगार के अवसर खोल दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने महिलाओं को रोजगार दिलाने में निभाई अहम भूमिका
उत्तर प्रदेश में वर्तमान में यह कहना गलत नहीं होगा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने शासन में महिलाओं को रोजगार दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। उत्तर प्रदेश में आज महिलाएं भी पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने को तैयार हैं। अगर आंकड़ों की मानें, तो उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद रोजगार को लेकर महिलाओं की स्थिति में बड़ा बदलाव आया है। आज महिलाएं भी स्वावलंबी बन रही हैं। महिलाएं अपनी कला के माध्यम से कई उद्योगों में अपनी पहचान बनाकर रोजगार तो स्थापित कर ही रही हैं। इसके साथ ही वह प्रदेश और अपना नाम भी ऊंचा कर रही हैं।
2018 में किया गया था योजना को शुरू
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रदेश में एक जिला एक उत्पाद योजना की शुरुआत वर्ष 2018 में की गई। इस योजना को 5 साल से ज्यादा का समय हो चुका है। प्रदेश में रोजगार के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस योजना को खूब सराहा जा रहा है। जब 24 जनवरी 2018 को इस योजना को शुरू किया गया था, तब प्रदेश में रोजगार के लिए काफी दिक्कतें थीं। जहां इस योजना से प्रदेश में रोजगार की स्थिति तो अच्छी हुई ही है। इसके साथ ही उन उद्योगों को भी सरकार का साथ मिला है, जो कि खत्म होने की कगार पर थे।