मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी के बीच टकराव की स्थिति बनी हुई है। जहां अखिलेश यादव बयान दे रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी ने उन्हें मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सीटें ना देकर उनके साथ धोखा किया है। हालांकि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी के बीच टकराव का दूसरा कारण भी सामने आ रहा है। बता दें कि दोनों पार्टियों के बीच टकराव का दूसरा कारण पिछड़ा वोट बैंक पर हक जताने का है। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने एक अखबार से बातचीत के दौरान इसका संकेत दिया।
सपा ने तैयार कर ली थी रणनीति
विधानसभा चुनाव और आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी ने अपनी रणनीति तैयार कर ली थी। जहां समाजवादी पार्टी ने पिछड़ा वर्ग को बहुसंख्यक मानते हुए पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक (पीडीए) की रणनीति पर काम शुरू कर दिया था। यही कारण है कि लगातार जातिगत जनगणना की भी मांग की जा रही है। लेकिन इसी बीच कांग्रेस पार्टी ने पिछड़ा वर्ग को अपनी ओर करने के लिए रणनीति बनाना शुरू कर दिया जिसके चलते समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी में रार पड़ती दिख रही है।
राहुल गांधी के हाथ से सब कुछ निकल चुका है – अखिलेश यादव
बिहार में हुई जातिगत जनगणना के बाद समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी द्वारा लगातार पूरे देश भर में जातिगत जनगणना कराई जाने की मांग की जा रही है। जिसको लेकर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस के हाथ से सब कुछ निकल चुका है। अब उनका वोट बैंक भारतीय जनता पार्टी में जा चुका है। अखिलेश यादव ने आगे कहा कि अब राहुल गांधी पिछड़ों को गुमराह करने के लिए जातिगत गणना कराएंगे।
प्रदेश में गठबंधन के आंकड़े नहीं हैं सही
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन के आंकड़े कुछ खास नहीं हैं। यही कारण है कि सपा मुखिया अखिलेश यादव प्रदेश में सीटों के बंटवारे को लेकर कड़ा रुख अपना सकते हैं। बीते दो लोकसभा चुनाव के परिणाम भी समाजवादी पार्टी के लिए अच्छे नहीं रहे हैं। यही कारण है कि समाजवादी पार्टी इस बार कोई गलती नहीं करना चाहती। लोकसभा चुनाव को लेकर सपा द्वारा बार-बार पिछड़े वर्ग को अहसास कराया जा रहा है कि वह प्रथम वरीयता हैं। क्योंकि सपा अपना सबसे ज्यादा वोट बैंक पिछड़ा वर्ग को मान रही है।
भाजपा लगा रही वोट बैंक पर सेंधमारी
समाजवादी पार्टी द्वारा पिछड़ा वर्ग का वोट पाने के लिए अलग अलग रणनीति बनाई जा रही है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी विपक्षी पार्टियों की हर रणनीति पर पानी फेर दे रही है। जब विपक्षी पार्टियां देश में जातिगत जनगणना की बात करती हैं, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि उनके लिए सबसे बड़ी जाति गरीब है। वहीं प्रत्येक स्तर पर भारतीय जनता पार्टी की रणनीति भी काफी मजबूत है। ऐसे में विपक्षी पार्टियों के लिए लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को टक्कर देना काफी मुश्किल होगा।