विधानसभा के शीतकालीन सत्र में समाजवादी पार्टी द्वारा भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा गया है। जहां अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर एमबीबीएस की डिग्री को लेकर तंज कसते हुए कई आरोप लगाए। जहां अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को प्रदेश में बढ़ते डेंगू की खतरे को लेकर घेरते हुए अस्पतालों में इलाज न मिलने का आरोप लगाया। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने भी पूर्व की सपा सरकार पर प्रदेश में भेदभाव करने का आरोप लगाया।
अखिलेश यादव ने कसा तंज
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज करते हुए डेंगू के मरीजों को अस्पताल में इलाज न मिलने का आरोप लगाया। अखिलेश यादव ने कहा, “ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री जी ने एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त कर ली है।” इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, “प्रदेश के किसी भी अस्पताल में मरीजों को इलाज नहीं मिल रहा है। राजधानी के ही एक अस्पताल में इलाज नहीं मिलने से एक पूर्व सांसद के बेटे की मौत हो गई।”
मुख्यमंत्री ने दिया बयान
समाजवादी पार्टी के मुख्य अखिलेश यादव के आरोपों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चौतरफा पटवार किया। उन्होंने कहा, “हम चेहरा, जाति या धर्म देखकर मदद नहीं करते हैं, बल्कि हर जरूरतमंद नागरिक को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से सहायता प्रदान करते हैं।” बता दें कि उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने भी समाजवादी पार्टी पर भेदभाव करने के आरोप लगाए थे।
गुमराह करने के लगाए आरोप
समाजवादी पार्टी पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता की समस्याओं का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाते हुए कहा, ”समस्या सभी मुद्दों का राजनीतिकरण करने, समाज में अव्यवस्था और असंतोष पैदा करने की है। इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी पर लोगों को गुमराह करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “हमने इसे कोरोना के दौरान भी देखा है जब आप लोग ‘मोदी वैक्सीन’ (टीका) बताकर वैक्सीन लेने के खिलाफ लोगों को गुमराह कर रहे थे।”