कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा EVM पर सवाल उठाते हुए बैलेट पेपर की पैरोकारी को लेकर भाजपा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि “मल्लिकार्जुन खड़गे का कहना है हम बैलेट पेपर किसी भी कीमत पर लेकर आएंगे। मै उनसे बताना चाहता हूं कि खराबी मशीन में नहीं हैं खराबी नेतृत्व में है। EVM ठीक है राहुल खराब है। कांग्रेस EVM को बाद में बदलना पहले राहुल को बदलो।
RBM यानी राहुल का बेकार मैनेजमेंट
मल्लिकार्जुन खड़गे का कहना है हम बैलेट पेपर लेकर आएंगे, EVM मशीन को पीएम मोदी और अमित शाह के घर पर रख दीजिए। मै उनसे बताना चाहता हूं कि मोदी जी के घर में EVM मशीन है E से एनर्जी, V से विकास और M से मेहनत। उन्होंने कहा कि मशीन कि तरह मोदीजी काम करते है। भाजपा इसी EVM यानि एनर्जी, विकास और मेहनत के कारण जीत रही है और कांग्रेस RBM यानी राहुल का बेकार मैनेजमेंट के कारण हरा रही है।
कांग्रेस के लिए उपयुक्त स्थान मंगल गृह है
पात्रा ने तंज किसा कि कांग्रेस को ईवीएम भी चाहिए, न्याय पालिका भी नहीं चाहिए, चुनाव आयोग नहीं चाहिए, न ईडी-सीबीआई और भारत सरकार भी नहीं चाहिए। इनको कुछ नहीं चाहिए तो सर्वोच्च उपयुक्त स्थान मंगल गृह है। वहां कुछ नहीं है। वहां जाकर शहजादे को कुर्सी पर बैठाएं और आनंद से रहे।
मल्लिकार्जुन खड़गे से नहीं थी यह उम्मीद: संबित पात्रा
भाजपा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने आगे खरगे का बयान याद दिलाया कि एससी, एसटी, ओबीसी और गरीबों के वोट ईवीएम के कारण खराब हो रहे हैं। उन्होंने इस पर सवाल किया कि क्या सोचते हैं खरगे और कांग्रेस? क्या एससी, एसटी और ओबीसी के लोगों को ईवीएम से वोट डालना नहीं आता? क्या वह इतने पढ़े-लिखे नहीं हैं? कि कैसे ईवीएम का प्रयोग होता है। यह उनका अपमान है। और मुझे यह उम्मीद नहीं थी कि मल्लिकार्जुन खड़गे जैसे सीनियर राजनेता इस प्रकार के वाक्य का प्रयोग करेंगे।
खड़गे जानते है खराबी कहां है
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा मल्लिकार्जुन खड़गे का चेहरा मै भी कभी कभी पढ़ लेता हूं, वो जानते है कि खराबी कहा है। राहुल गांधी को बदलने की आवश्यकता है। EVM को बदलने की जरूरत नहीं है।
यह अंगूर खट्टे वाले कहानी है
पात्रा ने आगे कहा खड़गे बैलेट पेपर यात्रा निकलेंगे, उन्हें यात्रा निकलना चाहिए। क्योंकि उनके पास अभी टाइम भी है और कुछ काम भी नहीं है। नेताओं को घर में खाली नहीं बैठना चाहिए। कुछ ना कुछ करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस समय खरगे ने बैलेट पेपर लाने वाला बयान दिया, उसी समय सुप्रीम कोर्ट में इसी मुद्दे पर एक याचिका पर सुनवाई चल रही थी। कोर्ट ने स्पष्ट रूप से कहा कि ईवीएम में खराबी नहीं है। जो प्रत्याशी हार जाते हैं, वह आकर ईवीएम की खराबी का रोना रोते हैं। जीतने से EVM ठीक और हारने से EVM खराब। यह अंगूर खट्टे वाली कहानी है। मुझे लगता है ये शब्द कांग्रेस पार्टी के लिए ही कहे गए हैं।