लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A को लगभग हर रोज बड़े झटके लग रहे हैं। बता दें कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस पार्टी द्वारा राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो न्याय यात्रा भी निकाली जा रही है, लेकिन इस यात्रा का विपक्षी गठबंधन को खासा लाभ होता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है। I.N.D.I.A गठबंधन में शामिल कई नेताओं ने तो यहां तक दावा किया है कि उन्हें भारत जोड़ो न्याय यात्रा के लिए निमंत्रण नहीं मिला है। लोकसभा चुनाव से पहले बिखरते हुए नजर आ रहे विपक्षी गठबंधन को इन झटकों से कई लोकसभा सीटों का नुकसान झेलना पड़ सकता है।
शरद पवार से भी छिन गई पावर
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले विपक्षी गठबंधन को बड़ा झटका शरद पवार के रूप में लगा है। दरअसल चुनाव आयोग ने अजित पवार की NCP को असली माना है। चुनाव आयोग ने अजित पवार गुट को NCP का नाम और चुनाव चिह्न इस्तेमाल करने की इजाजत दी है। चुनाव आयोग के इस फैसले से शरद पवार की पावर चली गई है। अब शरद पवार पार्टी के नाम के रूप में NCP का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। गौरतलब है कि NCP पार्टी दो गुट में बंट गई थी, जिसमें पहला अजीत पवार और दूसरा गुट शरद पवार का था।
बिहार और बंगाल में मिल चुका है झटका
विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A को पश्चिम बंगाल और बिहार में पहले ही झटका मिल चुका है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार I.N.D.I.A गठबंधन का साथ छोड़कर NDA में शामिल हो चुके हैं, जिससे बिहार में विपक्षी गठबंधन को तगड़ा झटका लगा है। वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी लोकसभा का चुनाव अकेले ही लड़ने का ऐलान कर चुकी हैं, जिससे विपक्षी गठबंधन को पश्चिम बंगाल में भी बड़ा झटका लगा है।
उत्तर प्रदेश और झारखंड में भी लगा है झटका
विपक्षी गठबंधन को बंगाल और बिहार में ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश और झारखंड में भी झटका लग चुका है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ED की टीम ने जमीन घोटाले के मामले में गिरफ्तार कर लिया है, जिससे झारखंड में विपक्षी गठबंधन को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। वहीं उत्तर प्रदेश में भी सीटों के बंटवारे को लेकर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है। भले ही अखिलेश यादव ने सीटों के बंटवारे का ऐलान कर दिया हो, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने उसे स्वीकार नहीं किया है।