उत्तर प्रदेश में विधानसभा का शीतकालीन सत्र कल से शुरू हो चुका है। विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी द्वारा एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं। शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन समाजवादी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी पर लगातार बढ़ते डेंगू के केसों को लेकर निशान साधा। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार करते हुए समाजवादी पार्टी पर डेंगू को लेकर प्रदेश में भ्रम फैलाने का आरोप लगाया है। भाजपा ने इस दौरान समाजवादी पार्टी पर कई गंभीर आरोप भी लगाए।
सपा ने डेंगू को लेकर भाजपा पर बोला हमला
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शीतकालीन विधानसभा सत्र के दूसरे दिन सदन में भारतीय जनता पार्टी पर डेंगू को लेकर जमकर हमला बोला। अखिलेश यादव ने कहा, “डेंगू की बीमारी लाइलाज नहीं है। सरकार को बताना चाहिए क्या तैयारी की है? सांसद के बेटे को अस्पताल में इलाज नहीं मिल पाया। बुलाने पर एंबुलेंस नहीं पहुंच रही है।” अखिलेश यादव ने इस दौरान इस मामले पर कमेटी बनाने के साथ-साथ भाजपा पर अस्पतालों में बेड उपलब्ध न कराए जाने का आरोप लगाया।
भाजपा ने किया पलटवार
डेंगू को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर सपा मुखिया अखिलेश यादव द्वारा उठाए गए सवालों को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी द्वारा डेंगू को लेकर उसी प्रकार से प्रदेश में भ्रम फैलाया जा रहा है, जिस प्रकार से कोविड के समय में कोरोना की वैक्सीन को लेकर के भ्रम फैलाया गया था। भारतीय जनता पार्टी ने इस दौरान यह भी कहा कि डेंगू से निपटने के पर्याप्त इंतजाम किए जा रहे हैं।
उपमुख्यमंत्री ने भी साधा सपा पर निशाना
विधानसभा सत्र के दूसरे दिन उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने भी समाजवादी पार्टी पर हमला बोलते हुए सरकारी अस्पतालों में वसूली का आरोप लगाया। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व की समाजवादी पार्टी की सरकार में अस्पतालों से वसूली होती थी, जबकि हम संरक्षण का काम करते हैं। उपमुख्यमंत्री ने इस दौरान यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार लाठी, डंडे और बंदूक के दम पर चलती थी, लेकिन वर्तमान सरकार ने प्रदेश में कानून का राज स्थापित किया है।