भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा का राम भक्तों को बेसब्री से इंतजार है। इसी बीच सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग वाराणसी दौरे पर पहुंचे हैं। उन्होंने वाराणसी दौरे पर पहुंचने के साथ ही उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था की तारीफ की। उन्होंने अपने बयान में कहा कि यह मेरी वाराणसी की यात्रा है। उत्तर प्रदेश बहुत बदल गया है, यहां हर दिन लाखों पर्यटक आते हैं। उन्होंने पर्यटन को कानून व्यवस्था से जोड़ते हुए कहा कि अगर पर्यटक यहां नियमित रूप से आते हैं, तो इसका मतलब है कि राज्य में कानून-व्यवस्था ठीक है।
अयोध्या में प्लॉट आवंटित करने की मांग
सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने वाराणसी दौरे पर पहुंचने के दौरान बताया कि उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अयोध्या में एक छोटा सा प्लॉट आवंटित करने का अनुरोध किया है। उन्होंने प्लॉट आवंटित किए जाने की मांग का कारण बताते हुए कहा, “हम वहां पर्यटन की दृष्टि से एक गेस्ट हाउस बनाएंगे।”
22 जनवरी को होगी प्राण प्रतिष्ठा
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का देशवासियों को काफी लंबे समय से इंतजार है। हालांकि देशवासियों का यह इंतजार 22 जनवरी 2024 को खत्म होने जा रहा है क्योंकि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 22 जनवरी 2024 की तारीख चुनी गई है। अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के लिए तैयारी भी जोरों शोरों से चल रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया है।
23 जनवरी से भक्तों के लिए खुल जायेगा मंदिर
अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद 23 जनवरी से सभी राम भक्तों के लिए मंदिर के द्वार खोल दिए जाएंगे। सभी राम भक्त 23 जनवरी से भगवान रामलला का भव्य दर्शन कर सकेंगे। हर रोज डेढ़ लाख से ढाई लाख लोग भगवान राम के दर्शन कर सकें, इसके लिए चार पंक्तियों में दर्शन की व्यवस्था की जायेगी। प्रसाद वितरण के साथ आवागमन मार्ग को भी सुचारू किए जाने की व्यवस्था की जायेगी।