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सदन के बाहर अपने अपमान पर भड़के उपराष्ट्रपति, भरे सदन में कांग्रेस नेताओं को जमकर सुनाया

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टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी द्वारा संसद के बाहर देश के उपराष्ट्रपति जगदीप सिंह धनखड़ की मिमिक्री करके उनका मजाक उड़ाए जाने के मामले को लेकर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अब कांग्रेस पार्टी को जमकर सुनाया है। दरअसल उपराष्ट्रपति जेपी धनखड़ टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी के साथ साथ कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लेकर भी काफी नाराज है, क्योंकि राहुल गांधी उस समय वीडियो बना रहे थे, जब टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी देश के उपराष्ट्रपति जेपी धनखड़ की नकल उतार रहे थे। 

राहुल गांधी को लेकर दिग्विजय सिंह और मल्लिकार्जुन खड़गे पर भड़के उपराष्ट्रपति

देश के उपराष्ट्रपति जगदीप सिंह धनखड़ सदन के बाहर घटी घटना पर कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की चुप्पी पर भड़क उठे। उपराष्ट्रपति ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह से कहा, “आप अनुभवी नेता हैं। आप कहते हो कि 138 साल पुरानी पार्टी है, क्या हुआ है? आपको सब पता है। आपकी चुप्पी मेरे कानों में गूंज रही है।” इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर कहा, “खड़गे जी की चुप्पी मेरे कानों में गूंज रही है। वह नेता विपक्ष और कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। सबको पता है क्या कुछ हो रहा है। आपको अंदाजा होना चाहिए कि यदि कोई व्यक्ति वीडियोग्राफी कर आनंद लेता है, एंप्लीफाइ करता है, ये संस्कार हैं क्या? यहां तक स्तर आ गया है क्या?”

“मैं हवन में पूरी आहुति दे दूंगा” – उपराष्ट्रपति

उपराष्ट्रपति जेपी धनखड़ का गुस्सा आज कांग्रेस पार्टी पर इतना बरसा कि उन्होंने हवन में खुद की आहुति देने का बयान दे दिया। उन्होंने कहा, “दिग्विजिय सिंह जी जगदीप धनखड़ की कितनी बेइज्जती करो, मुझे कोई चिंता नहीं है। भारत के उपराष्ट्रपति की, किसान समाज की, मेरे वर्ग की बेइज्जती मत करो,मैं पूरी आहुति दे दूंगा हवन में।” उन्होंने आगे बोलते हुए कहा, “मैं खुद की परवाह नहीं करता। मेरी बेइज्जती कोई करता है, मैं सहन करता हूं। मैं खून का घूंट पीता हूं। मैं ये बर्दाश्त कभी नहीं करूंगा कि मेरे पद की गरिमा को सुरक्षित नहीं रख पाया।”

आखिर देश के उपराष्ट्रपति की गरिमा को क्यों भूल गए विपक्षी नेता?

विपक्ष के नेता देश के उपराष्ट्रपति की गरिमा को उस दौरान भूल गए, जब उन्होंने संसद के बाहर उपराष्ट्रपति की मिमिक्री करके, उनका मजाक उड़ाकर, खुद को आनंदित किया। वही माफी मांगने वाले सवाल पर भी टीएमसी सांसद ने माफी मांगने से साफ इनकार कर दिया। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बयान देते हुए कह रहे हैं कि जो हुआ संसद के बाहर हुआ। आखिर विपक्षी पार्टियों को संवैधानिक पद की गरिमा कब समझ में आएगी?

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