लोकसभा चुनाव को मद्देनजर रखते हुए भारतीय जनता पार्टी अपनी चुनावी तैयारियों में जुट गई है। भाजपा अपनी विकसित भारत संकल्प यात्रा को लेकर गांव- गांव और घर- घर दस्तक दे रही है। साथ ही साथ भाजपा लोगों तक सरकारी लाभ भी पहुंचाने की कोशिश में लगी हुई है। चुनावी रण में एक तरफा उतरने के लिए अब बीजेपी ने नई तैयारी शुरू की है। विपक्ष को कमजोर करने के लिए बीजेपी ने अपनी नीतियों को लेकर लोगों के द्वार जाना शुरू किया है। बीजेपी ने इंडिया गठबंधन को चुनौती देने के लिए उत्तर प्रदेश में मिशन 80 की शुरुआत की है।
गांव-गांव और घर-घर दस्तक दे रही भाजपा
मिशन- 80 को सफल बनाने के लिए भाजपा ने पूरी तैयारी कर ली है। भाजपा अपने संगठन और कार्यकर्ताओं के जरिए गांव-गांव और घर-घर तक अपनी पहुंच बना रही है। भाजपा कार्यकर्ता जनता से सीधे तौर पर मिल रहें हैं। जनता तक सुलभ पहुंच के लिए बीजेपी ने विकसित भारत संकल्प यात्रा शुरू की है। इस यात्रा को चुनाव से पहले जनता तक पहुंचने का सबसे महत्वपूर्ण हथियार माना जा रहा है। इस यात्रा में पार्टी नए लोगों से मिल रही है और उन्हें जोड़ रही है। इस यात्रा का उद्देश्य है कि कोई भी व्यक्ति केंद्र सरकार की योजनाओं से वंचित न रह जाए।
यूपी की 80 लोकसभा सीटों पर जीत की तैयारी
भाजपा द्वारा उत्तर प्रदेश में शुरू किए गए मिशन- 80 का लक्ष्य यूपी की सभी 80 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करना है। इसके लिए भाजपा के कार्यकर्ता गांव-गांव, वार्ड-वार्ड में सक्रिय रूप से लगे हुए हैं और विकसित भारत संकल्प यात्रा में सहयोग दे रहें हैं। महामंत्री सुभाष यदुवंश ने जानकारी देते हुए कहा, “विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत राज्य में 550 से अधिक रथ चल रहे हैं। इन्हें मोदी की गारंटी वाली गाड़ी नाम दिया गया है। इस यात्रा के तहत हर दिन पार्टी की ओर से 1100 कार्यक्रम किए जा रहे हैं।” वहीं उन्होंने अभियान को लेकर आगे कहा, “राज्य के 40 हजार गांवों के सवा दो सौ करोड़ लाभार्थियों से संपर्क किया जा चुका है। इस यात्रा के माध्यम से सभी लगभग 58 हजार गांवों सहित प्रत्येक वार्ड में पहुंचने का लक्ष्य है।”
अभियान में जुड़ रहें हैं नए लाभार्थी
भाजपा के विकसित भारत संकल्प अभियान में नए लाभार्थियों में राज्य के गावों में आयुष्मान कार्ड योजना के करीब 22 लाख नए लाभार्थी, उज्जवला योजना के 16 लाख से ज्यादा नए कनेक्शन और जीवन ज्योति बीमा के 27 लाख से ज्यादा नए लाभार्थी जुड़ चुके हैं। गांवों के अलावा शहरों में भी उज्जवला योजना के 38 लाख से ज्यादा लाभार्थी, आयुष्मान भारत कार्ड योजना के 38 लाख से ज्यादा लाभार्थी और पीएम स्वनिधि योजना के 35 लाख से ज्यादा नए लाभार्थियों को जोड़ा जा चुका है।